हिन्दी व्याकरण का जनक श्री दामोदर पंडित जी ( Father Of Hindi Grammar ) को माना जाता है। श्री दामोदर पंडित जी ने 12 वीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में एक ग्रंथ की रचना की थी जिसे ” उक्ति-व्यक्ति-प्रकरण ” के नाम से जाना जाता है । दामोदर पंडित जी बनारस के निवासी थे।
” आचार्य किशोरीदास वाजपेयी ” को हिंदी व्याकरण का पाणिनि कहा जाता है।
हिंदी व्याकरण ( Hindi Grammar ) : व्याकरण भाषा के शुद्ध रूप का ज्ञान कराता है । व्याकरण एक शास्त्र है । इसके नियमों द्वारा ही भाषा का शुद्ध रूप निर्धारित होता है । किसी भी भाषा के ज्ञान के लिए उसके व्याकरण का ज्ञान होना बहुत जरूरी है ।
व्याकरण को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है
( क ) वर्ण – विचार ( Phonology )
( ख ) शब्द – विचार ( Morphology )
( ग ) वाक्य – विचार ( Syntax )
Learn online Hindi Grammar with examples and can download pdf also in Hindi. नीचे दिए सभी विषयों को आसान हिंदी व्याकरण के सरल तरीको में वर्णित किया गया है।
हिंदी व्याकरण (Hindi Grammar) – Sangya (संज्ञा ), Sarvanam (सर्वनाम), Kriya (क्रिया), Visheshan (विशेषण), Viram Chinh (विराम चिन्ह), Ling (लिंग), Sandhi (संधि) & Sandhi Vichchhed (संधि विच्छेद), Sanskrit Shabd Roop (संस्कृत शब्द रूप), Anekarthi Shabd (अनेकार्थी शब्द), Ekarthak Shabd (एकार्थक शब्द), One Word Substitution (अनेक शब्दों के लिए एक शब्द), Vilom Shabd (विलोम शब्द), Paryayvachi Shabd (पर्यायवाची शब्द), Ras (रस), Karak (कारक), Samas (समास), Shabd Vichar (शब्द विचार), Varnamala (वर्णमाला) आदि हिन्दी व्याकरण (Hindi Grammar) प्रतियोगी परीक्षाओं से सम्बंधित महत्वपूर्ण टॉपिक्स दिए गए हैं।
Subscribe to Our Newsletter and Stay Updated